12th Physics Sent Up Exam 2022 23 Subjective Objective answer | physics Sent Up Exam Answer key 2023
SENT Up परीक्षा 2022 Physics भौतिकी का प्रश्न उत्तर नीचे दिया गया है जिसमे संपूर्ण Subjective Objective Answer Key दिया गया है प्यारे लाल Exam Hall में जाकर धुआं धुआं छोड़ा दो। पास होने से कोई नहीं रोक सकता है।
Important All subject Download Answer
HINDI | Download |
ENGLISH | Download |
MATH | Download |
Biology | Download |
Physics | Download |
Chemistry | Download |
All Subjects | Download |
Telegram JOIN | Click Here |
Objective Answer Key
SUBJECTIVE Answer key
Q. पोलराइड क्या है ? इसका एक उपयोग लिखें।
Ans:- —पौलारॉय डएक ऐसी व्यवस्था है, जिसमें चयनात्मक शोषण द्वारा समतल ध्रुवित प्रकाश उत्पन्न किया जाता है।
उपयोग : (i) पोलारॉयड का उपयोग चश्मों में होता है। (ii) बाहर से आने वाले तीव्र प्रकाश को नियंत्रित करने के लिए रेलगाड़ी एवं हवाई जहाज की खिड़कियों में भी पोलारॉयड लगाया जाता है।
Q. What is polaroid ? Write.its one application.
Ans:- Polaroid is a device used to produce the plane polarised light. Use of polaroidi It is used as glass windows in train and aeroplanes.
use:- It is used in sun glasses goggles to block the glare. iii It is used to record and reproduce three dimenional moving pictures.
Q भंवर धाराएँ क्या है ?
Ans:- भँवर धाराएँ—जब किसी बन्द वैद्युत परिपथ से बद्ध चुम्बकीय फ्लक्स में परिवर्तन होता है, तो उसमें प्रेरित वैद्युत धारा उत्पन्न हो जाती हैं। किसी चुम्बकीय क्षेत्र में इस प्रकार गति करता है कि उससे बद्ध चुम्बकीय फ्लक्स में परिवर्तन हो, तो धातु के सम्पूर्ण आयतन में प्रेरित उत्पन्न हो जाती हैं जो कि धातु के टुकड़े की गति का विरोध करती है। ये धाराएँ जल में उत्पन्न भँवर धाराओं के समान चक्करदार होती हैं। अतः इन धाराओं को ‘भँवर धाराएँ’ कहते हैं।
Q. What are eddy currents?
Ans:- Eddy currents are loops of electrical current induced within conductors by a changing magnetic field in the conductor according to Faraday’s law of induction or by the relative motion of a conductor in a magnetic field.
Q. लॉरेंटज बल क्या है? / What is Lorentz force?
Ans:- लॉरेट्ज बल-यदि कोई आवेशित कण किसी स्थान पर स्थित हो एवं उस स्थान पर विद्युतीय क्षेत्र तथा चुम्बकीय क्षेत्र B दोनों स्थित हो तो उस आवेशित कण पर लगने वाला परिणामी बल दोनों बलों के सदिश योगफल के बराबर होता है।
अर्थात्
F = Fe+Fm
Fe=qE
Fm = q(VxB) ….. (1)
समी० (1) से, F=qE+q(V+B) ….. (2)
समी०- (2) को ही लॉरेंटज का संबंध कहा जाता है एवं इस बल को लॉरेंटज का बल कहा जाता है।
Q.प्रत्यावर्ती धारा परिपथ में प्रतिबाधा एवं प्रतिघात क्या है ?
Q. What are impedance and reactance in alternating current circuit?
Ans:- प्रतिघात – प्रत्यावर्ती धारा परिपथ के L परिपथ एवं C परिपथ के प्रतिरोध को ही प्रतिघात कहा जाता है।
प्रतिबाधा- प्रत्यावर्ती धारा परिपथ के L-R परिपथ, C-R परिपथ एवं L-C-R परिपथ के प्रतिरोध को प्रतिबाधा कहा जाता है।
Q.प्राथमिक तथा द्वितीयक इंद्रधनुष में अंतर स्पष्ट करें।
Q.Differentiate between primary and secondary rainbows.
Ans:- प्राथमिक और द्वितीयक इंद्रधनुष में अंतर-जब सूर्य का श्वेत प्रकाश वर्षा के दिनों में वर्षा की बूँदों पर पड़ता है तो कभी-कभी दर्शक को, जिसकी पीठ सूर्य की ओर हो स्पेक्ट्रम के रंगों वाली संकेंद्री चापें दिखाई देती है। इन्हीं रंगीन चापों को इंद्रधनुष कहते है। प्रायः दो इंद्रधनुष एक साथ दिखाई देते हैं जो एक-दूसरे के ऊपर होते है। अंदर वाले इंद्रधनुष को प्राथमिक इंद्रधनुष तथा बाहर वाले को द्वितीय इंद्रधनुष कहते हैं। द्वितीय इंद्रधनुष की अपेक्षा प्राथमिक इंद्रधनुष अधिक चमकिला और छोटा होता है तथा इसका भीतरी कोर बैंगनी और बाहरी कोर लाल होता है। द्वितीय इंद्रधनुष में रंगों का क्रम प्राथमिक इंद्रधनुष में ठीक उल्टा होता है।
Q. फ्लेमिंग के बायें हाथ का नियम लिखे
Write Fleming’s left hand rule.
Ans:- फ्लेमिंग के बाएँ हाथ का नियम— किसी चुंबकीय क्षेत्र में स्थित धारावाही चालक पर क्रियाशील बल की दिशा फ्लेमिंग के बाएँ हाथ के नियम से भी ज्ञात की जा सकती है, जो इस प्रकार है” यदि बाएँ हाथ का अँगूठा (thumb), तर्जनी (forefinger) तथा मध्यमा कीअँगुली (middle finger) परस्पर लंबवत फैलाई जाएँ (चित्र) और यदि मध्य की अँगुली से धारा I की दिशा एवं तर्जनी से चुंबकीय क्षेत्र B की दिशा निरूपित हो तो अँगूठे से चालक पर लगनेवाले बल की दिशा निरूपित होती है।”
Q. बोर की स्थायी कक्षा से आप क्या समझते हैं ? What do you mean by Bohr’s stable orbit ?
Ans:- इलेक्ट्रॉन, नाभिक के चारों ओर वृत्तीय कक्षाओं में घूमता रहता है। इन कक्षाओं में घूमनेवाले इलेक्ट्रॉन विकिरण नहीं उत्पन्न करते है। इन कक्षाओं को स्थायी कक्षाएँ कहा जाता है।